छत्तीसगढ़ में ठंड और शीतलहर का सिलसिला लगातार बना हुआ है। उत्तर छत्तीसगढ़ से लेकर मध्य और दक्षिण छत्तीसगढ़ तक सर्दी का असर साफ नजर आ रहा है। सुबह और देर रात चल रही ठंडी हवाओं के कारण लोगों को कड़ाके की ठिठुरन महसूस हो रही है। मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि फिलहाल ठंड से राहत मिलने की संभावना नहीं है और अगले दो दिनों तक मौसम में किसी बड़े बदलाव के आसार नहीं हैं।
सरगुजा और बिलासपुर संभाग में कोहरे की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक सरगुजा संभाग के कई जिलों में कुछ स्थानों पर मध्यम से घना कोहरा छा सकता है। वहीं बिलासपुर संभाग के जिलों में एक-दो स्थानों पर कोहरे का असर देखने को मिल सकता है। कोहरे के कारण सुबह के समय दृश्यता कम होने की आशंका है, जिससे सड़क और रेल यातायात प्रभावित हो सकता है।
मौसम विभाग ने बताया कि प्रदेश में अगले दो दिनों तक न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा। इसके बाद आगामी तीन दिनों में न्यूनतम तापमान में 1 से 2 डिग्री सेल्सियस तक हल्की बढ़ोतरी संभव है। हालांकि इसके बावजूद रात और सुबह के समय ठंड का असर बना रहेगा।
ठंड के बीच दिन के समय कई जिलों में हल्की से मध्यम गर्मी महसूस की जा रही है। 19 दिसंबर 2025 को शाम 5:30 बजे तक दर्ज आंकड़ों के अनुसार, दुर्ग में प्रदेश का सबसे अधिक अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुकमा में 29.2 डिग्री, बालोद में 28.1 डिग्री, जबकि बस्तर और दंतेवाड़ा में 28 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान रिकॉर्ड किया गया।
मौसम विभाग के अनुसार बीते 24 घंटों के दौरान अधिकतम तापमान में हल्का उतार-चढ़ाव देखा गया है और फिलहाल पूरे प्रदेश में मौसम शुष्क बना हुआ है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि आने वाले कुछ दिनों में अधिकतम तापमान में किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है। दिन में हल्की धूप और सामान्य गर्मी बनी रहेगी, जबकि रात के समय ठंड का असर जारी रहेगा।
कुल मिलाकर छत्तीसगढ़ में ठंड का यह दौर फिलहाल जारी रहने वाला है। मौसम विभाग के संकेतों के अनुसार, लोगों को ठंड से राहत पाने के लिए अभी कुछ दिन और इंतजार करना पड़ेगा।